बॉलीवुड संगीत ही नहीं आप किसी भी क्षेत्र में टीम-वर्क या फेवरेटिज्म...को देख सकते है. जिसका मुख्य लक्ष्य है- गुनवातापूर्ण कार्य । जब बात फिल्म संगीत जैसे सृजनात्मक कार्य की हो जहां श्रम, समय और पैसा अपेक्षाकृत ज्यादा लगता है वहाँ ग्रुप या जोड़े में काम करना बेहतर से बेहतर करने की ओर ले जाता है । जब दो लोग एक साथ काम कर रहे होते हैं तो तकनीकी और सृजनातमक रूप में दोगुनी क्षमता का उपयोग होता है, जिससे की होने वाली त्रुटियों की गुंजाइश नहीं रह जाती । संगीतकार जोड़ियाँ भी (खशतौर पर दो भाइयों की जोड़ी) इसी वाजही से प्रचलित रहीं –
कल्याणजी-आनंदजी- कल्याणजी वीरजी शाह और उनके भाई आनंदजी वीरजी शाह हिन्दी फिल्मों की जानी मानी संगीतकार जोड़ी है. उनके कुछ बेहतरीन फ़िल्मों में "डॉन", "बैराग", "सरस्वतीचंद्र", "क़ुर्बानी", "मुक़द्दर का सिकंदर", "लावारिस", "त्रिदेव" और "सफ़र" आदि हैं। उन्होंने "कोरा कागज़” (फ़िल्म) के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक के लिए 1975 फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड जीता।
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल- लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर और प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा की लोकप्रिय संगीतकार जोड़ी। उन्होने 1963 से 1998 तक लगभग 635 हिंदी फिल्मों के लिए संगीत रचना की।
शंकर जयकिशन- (जिन्हें S-J के नाम से भी जाना जाता है), 1949 से 1971 तक एक साथ काम करते हुए हिंदी फिल्म उद्योग की एक लोकप्रिय और सफल भारतीय संगीतकार जोड़ी थी।बाद में, शंकर अकेले संगीत निर्देशक के रूप में कार्य करते रहे, लेकिन 1987 तक शंकर-जयकिशन के नाम से ही संगीत देते रहे|
जतिन-ललित- इसमें दो भाई जतिन पंडित और ललित पंडित जोड़ी के रूप में कार्य किया । 2006 में दोनों भाई ने जोड़ी तोड़ दी। बाद में ललित पंडित ने कुछ फ़िल्मों में अकेले संगीत दिया।
आनंद-मिलिंद हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी है। अपने शुरूआती दौर में संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के सहायक रहे। इसके अलावा अपने पिता के सहायक के तौर पर भी उन्होंने कई हिन्दी और भोजपुरी फिल्मों में संगीत दिया।
साजिद-वाजिद – दोनों भाइयों की जोड़ी ने कई फिल्मों के गाने गाये हैं, लिखे है और निर्देशित भी कर चुके हैं। फिल्म दबंग के संगीत लिए उन्हें 2011 में फ़िल्म्फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वाजिद का 31 मई 2020 को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया।
सचिन–जिगर- सचिन सांघवी और जिगर सरैया की जोड़ी। जिनहोने गायन में भी हाथ अजमाया है ।
सलीम और सुलेमान - प्रसिद्ध संगीत निर्देशक और गायक । यह एक दो भाइयों की जोड़ी है जिसमे, सलीम मर्चेंट और सुलेमान मर्चेंट शामिल हैं।
विशाल-शेखर - विशाल दादलानी और शेखर रवजियानी की जोड़ी ने झनकार बीट्स, ओम शांति ओम, तारा रम पम, सलाम नमस्ते, दस, ब्लफमास्टर, टशन, बचना ऐ हसीनों, दोस्ताना, आई हेट लव स्टोरिज, अंजाना अंजानी और ब्रेक के बाद आदि कई फिल्मों के लिए सफल संगीत दे चुके हैं ।
अजय-अतुल- अजय-अतुल को मराठी फिल्म जोगवा में संगीत में विशिष्ट योगदान के लिए भारत सरकार से 56 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार मिल चुका है।
मीत ब्रदर्स- इस जोड़ी में मनमीत सिंह और हरमीत सिंह शामिल हैं, पहले इसमें अंजान भट्टाचार्य भी शामिल थे और वे मीत ब्रदर्स अंजन कहलाते थे पर 2015 में भट्टाचार्य अलग हो गए और उन्होंने अपना खुद का संगीत व्यवसाय शुरू किया।