शनिवार, 30 जनवरी 2021

ARM KENDRA से सीएसपी लेने हेतु -  csp क्या है - ग्राहक सेवा केंद्र (CSP) मिनी बैंक जैसा होता है। जहां  बैंक से जुड़ी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। इन सुविधाओं में अकाउंट ओपन करना , पैसों की जमा और निकासी करना , पैसे ट्रांसफर करना , RD , FD करना , इंश्योरेंस करना जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। और इन्हीं  सुविधाओं के आधार पर कमीशन का निर्धारण होता है , जिनमे कुछ हिस्सा कंपनी रख लेती है ।  मुख्य  बातें...

गुरुवार, 21 जनवरी 2021

 सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन” की बतौर नायक फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म -”सात हिन्दुस्तानी” से हुई, मगर इस फिल्म ने अपने साथ दर्जन भर और फ्लॉप फिल्में जोड़ लीं । अमिताभ पर फ्लॉप हीरो का तमगा लग गया और उन्होने यह घोषणा कर दी की अगर अगली फिल्म फ्लॉप हुई तो वे फिल्मों से सन्यास ले लेंगे । संयोग कहें या किस्मत अगली “ज़ंजीर” फिल्म हिट साबित हुई और इस फिल्म ने अमिताभ को बचा लिया । फिर डॉन, दीवार, और शोले जैसी कई हिट फिल्में आईं ।उसके बाद...
 रफी के रोमांटिक गानें हों , किशोर के मस्ती भरे नगमें या मुकेश के दर्द भरे गीत । तीनों ही गायकों के अपने-अपने अलग-अलग अंदाज रहे। तीनों गायकों की अपनी अपनी फैन फॉलोइंग भी रही। पर कुछ श्रोता ऐसे भी रहे जिन्हें इन तीनों की ही गायन शैली ताउम्र लुभाती रही।कैरियर से जुड़ा एक संयोग -मोहम्मद रफ़ी ने अपने करियर की शुरुआत 1944 में, मुकेश ने 1945 में और किशोर कुमार ने 1946 में...
 जगजीत सिंह हिन्दी सिनेमा में पार्श्वगायक बनने का सपना लेकर घर से बिना किसी को बताए मुंबई भाग आए थे । तब दो वक्त की रोटी के लिए कॉलेज और पार्टियों में गाया करते थे। ये वो दौर था जब तलत महमूद, मोहम्मद रफ़ी , किशोर कुमार, मन्नाडे जैसे दिग्गज गायक लोगों की जुबां पर चढ़े हुये थे । इन महारथियों के दौर में दूसरे लोगों को पार्श्व गायन का मौक़ा मिलना बहुत ही मुश्किल था । हालांकि जगजीत सिंह हल्के शास्त्रीय धुनों पर आधारित अपने पहले एलबम...
 वैसे तो हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक में दूसरी शादी करने का चलन पुराना है, पर शादी के बाद तलाक या अफेयर करने के मामले में ना तो हॉलीवुड कम है और ना ही बॉलीवुड पीछे . इनके वास्तविक जीवन पर गौर करें तो पाएंगे की इनके रीयल लाइफ में रील लाइफ का असर साफ झलकता है।वास्तव में कितनी अजीब दुनिया है बॉलीवुड सितारों की जो प्यार, शादी और तलाक तथा फिर प्यार , शादी और तलाक का खेल खेलते रहते हैं.एक नजर बॉलीवुड के उन रोचक शादियों और तलाकों पर जो एक दूसरे से ऐसे उलझी हुई हैं जैसे बिजली के तार –किशोर कुमार की पहली शादी रूमा देवी से हुई थी मगर शादी जल्द...
 मशहूर शायर और गीतकार राहत इंदौरी साहब को मंचों पर शायरी करते आपने जरूर सुना और देखा होगा। फिल्मों के लिए उनके लिखे गीत या संवाद से भी आप जरूर रूबरू हुए होंगे। पर हम बताने जा रहे हैं एक ऐसी फिल्म जिसे आपने देखी जरूर होगी पर शायद गौर नहीं किया होगा, हां एक बात जरूर है फिल्म में उस कैदी को शेर पढ़ते हुए देखकर आपको लगा जरूर होगा, कहीं तो देखा या सुना है । आज एक बार फिर से फिल्म के उस अंश देखें फिर तय करें कि वह चेहरा कौन था…?इतने छोटे से रोल में भी राहत इंदौरी साहब ने अपनी अमिट छाप छोड़ी ...
 बॉलीवुड संगीत ही नहीं आप किसी भी क्षेत्र में टीम-वर्क या फेवरेटिज्म...को देख सकते है. जिसका मुख्य लक्ष्य है- गुनवातापूर्ण कार्य । जब बात फिल्म संगीत जैसे सृजनात्मक कार्य की हो जहां श्रम, समय और पैसा अपेक्षाकृत ज्यादा लगता है वहाँ ग्रुप या जोड़े में काम करना बेहतर से बेहतर करने की ओर ले जाता है । जब दो लोग एक साथ काम कर रहे होते हैं तो तकनीकी और सृजनातमक रूप में दोगुनी क्षमता का उपयोग होता है, जिससे की होने वाली त्रुटियों की गुंजाइश नहीं रह जाती । संगीतकार जोड़ियाँ भी (खशतौर पर दो भाइयों की जोड़ी) इसी वाजही से प्रचलित रहीं –कल्याणजी-आनंदजी- कल्याणजी...
 इसे आप संयोग कह सकते हैं , पर यह महज संयोग नहीं है , भारतीयता की भावना ( स्वदेशी) झलकाने के उदेश्य से, काफी विचार विमर्श के बाद पतंजलि ट्रेडमार्क में नीचे घुमावदार हरे और नारंगी रंगों का चयन किया गया है, सफ़ेद पृष्ठभूमि की वजह से उल्टे तिरंगे की अनुभूति होती है। ट्रेडमार्क नियमों के उल्लंघन से बचने के लिए रंगों का क्रम उल्टा रखा गया है।## स्वदेशी फिलिंग के लिए ही पतंजलि के अत्यधिक उत्पादों पर देवनागरी में नाम और सूचनाएँ लिखी होतीं...

शुक्रवार, 8 जनवरी 2021

 Huतू ....मेरी जिंदगी है, तू ....मेरी हर खुशी है..1990 में रिलीज़ हुई फिल्म 'आशिकी' का ये गाना जिसे गाकर कुमार सानू रातों रात स्टार बन गए। इस फ़िल्म के सभी गाने बेहद हिट हुए। हालांकि इससे पहले भी कुमार सानु कई सारे गाने गा चुके थे । लेकिन, ये एक ऐसा गाना था जिसने कुमार सानू को बुलंदियों पर पहुंचा दिया। लेकिन मजेदार बात यह है कि जिस गाने ने कुमार सानु को स्टार बनाया था, दरअसल वह गाना पहले के एक गाने को कॉपी करके बनाई गई थी। साधारण शब्दों में कहें...
 सन 1974 में लता मंगेशकर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे अधिक गाने गानेवाली गायिका के तौर दर्ज किया गया था, जिसमें कहा गया था कि उनके द्वारा 1948 से 1974 तक सोलो, ड्यूट और कोरस में लगभग 25000 गाने गाये गये हैं, ये संख्या 20 से अधिक भारतीय भाषाओं को मिलाकर बताई गयी थी । लेकिन इस रिकॉर्ड के लिए मोहम्मद रफी साहब ने भी चुनौती कर दी और गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को पत्र के माध्यम से दावा कर दिया कि उन्होंने सोलो ड्यूट और कोरस...
  • RSS
  • Delicious
  • Digg
  • Facebook
  • Twitter
  • Linkedin
  • Youtube