बुधवार, 2 दिसंबर 2015

ऑनलाइन फॉर्म भरते समय अक्सर आपसे आपके फोटो, हस्ताक्षर और विभिन्न दास्तवेजों को  20kb,50kb या 100kb तथा विभिन्न पिक्सेलों  में मांगा जाता है और अगर आपके पास एडोब फोटोशॉप या माइक्रोसॉफ्ट पिक्चर मैनेजर जैसे  टूल्स मौजूद नहीं हो या आप इनका इस्तेमाल करना नहीं जानते हों तो कोई बात नहीं आप बिना समय और दिमाग खपाए बड़ी आसानी से  में अपनी फोटो,हस्ताक्षर या कोई अन्य कागजात  मनचाही साइज में पा सकते हैं और वह भी ऑनलाइन । 


  इस तरह - वेबसाइट पर पहुंचकर  Browse से अपने कम्प्यूटर में रखे उस इमेज को सलेक्ट करिये जिसे रीसाइज  करना है (आप इमेज को घसीटकर भी यहाँ बने इमेज विंडो में छोड़ सकते है ) OK दबाईये ,  Basic  को स्क्रॉल कर  Resize चुनिए, इस तरह  100x66 pixels      भरिये  Apply कीजिये 
 अब  File स्क्रॉल कर Save as PNG,JPG,GIF,PDF को सेलेक्ट कीजिये ,जैसे हीं आप सलेक्ट करेंगे इमेज डाउनलोड हो जाएगी,  इस्तेमाल कीजिये। 

 बहुत बार बड़ी साइज के चलते इमेज को कहीं उपलोड या शेयर करना भी मुश्किल होता है ,तब भी इन ऑनलाइन एडिटरों को आजमाया जा सकता है, इनकी सबसे बड़ी खूबी यह है की इनके द्वारा रीसाइज की गयी 2-5kb की इमेज भी बिलकुल स्पष्ट  होती है ।    
photo editor  फन फोटो बॉक्स


PIXLR EDITOR  पिक्सलर एडिटर

शनिवार, 24 अक्टूबर 2015

'मोबाइल वॉलेट'   इसे ऑनलाइन लेन-देन खाता कह सकते है,यह डिजिटल पर्स है जिससे पैसे का लेन-देन और पेमेंट का कार्य होता है। इस ऑनलाइन बटुए को डेबिट या क्रेडिट कार्ड के स्थान पर प्रयोग किया जाता है । हालांकि आपको अपने ऑनलाइन बटुए में पैसे डालने के लिए डेबिट या क्रेडिट-कार्ड का सहारा तो ही लेना पड़ता है। यह सेवा ग्राहकों को बिना बैंक खाते के अपने मोबाइल खाते में पैसे डालने और फिर उससे ख़रीदारी करने या पैसे ट्रांस्फ़र, डी टी एच और मोबाइल का रिचार्ज या दोस्तों को पैसे भेजने, विभिन्न ब्रांडों एवं सेवाओं के  भुगतान करने का विकल्प देती है।भारतीय रिज़र्व बैंक ने इस में पैसे रखने एवं खर्च करने के लिए एक मासिक सीमा निर्धारित की है । कोई भी व्यक्ति अपने ऑनलाइन बटुए में दस हजार रुपए से ज्यादा नहीं रख सकता है ,हालाँकि खाते की सीमा एक लाख रुपए तक बढ़ाई जा सकती है, परन्तु उसके लिए खाते को KYC की प्रक्रिया से  गुजरना होता है।
                                             मोबाइल फ़ोन के ज़रिए बिल चुकाने की यह सेवा नई नहीं है.अफ़गानिस्तान में वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांस्फ़र के सहयोग से चलनेवाली इसी तरह की सेवा  'मोबाइल हवाला' पहले से ही चर्चित है ,अरबी भाषा में हवाला शब्द का अर्थ भी स्थानांतरण ही होता है।  2008 की एयरटेल की एम-पेमेंट जो साल 2011 में  'एयरटेल मनी' बन गयी , उसी वर्ष वोडाफ़ोन की एम-पैसा भी आई . पाकिस्तान का ईजीपैसा और बांग्लादेश का बीकैश पहले से ही अपनी पहचान बनाये हुए हैं ,हालाँकि मुख्य रूप से मोबाइल पेमेंट सेवाओं को भारत में आये लगभग छःसाल हो गए हैं, लेकिन फिर भी इनका इस्तेमाल अभी काफी कम लोग हैं , कर रहे हैं,पर इसका भविष्य सुनहला है।
                                             यह सेवा कैशबैक को लेकर भी चर्चित हो रहा है, जहाँ  हर एक सफल रिचार्ज/ट्रांजेक्शन  पर  कैशबैक कूपन मेल आई-डी पर भेजे जाते हैं। लाभान्वित ग्राहक भुगतान करने वाली स्क्रीन पर प्रोमो-कोड( कैशबैक कूपन )डाल कर इसका लाभ उठाते हैं या प्रोमो कोड से मिलने वाली छूट मोबाइल वॉलेट में जमा कर दी जाती हैं ,जिनका इस्तेमाल बाद में अन्य ट्रांजेक्शन में होता है।

                                                 
भारत में फिलहाल 4 तरह के मोबाइल वॉलेट एक्टिव है।
1. ओपन मोबाइल वॉलेट
यह आपको किसी वास्तु या किसी सर्विस के लिए पेमेंट की सुविधा देता है। इसमें बैंकिंग के साथ पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है। वोडाफोन का एम-पैसा ऎसा ही मोबाइल वॉलेट है।
भारतीय स्टेट बैंक का SBI Buddy, HDFC का  पेजैप और ICICI  का पॉकेट  मोबाइल वॉलेट भी लॉन्च चुके हैं.
2.सेमी-ओपन मोबाइल वॉलेट
व्यापारी अथवा दुकानदार के साथ ट्रांजेक्शन करने की सुविधा ,जिन प्रोवाइडर के साथ उसका  कॉन्ट्रैक्ट हो। इसमें आप कैश नहीं निकाल सकते और ना ही पैसे वापस ले सकते हैं। इसमें लोड हुए सिर्फ खर्च हो  सकते हैं। एयरटेल मनी इसका उदाहरण है।
3. क्लोज्ड मोबाइल वॉलेट
यह काफी लोकप्रिय सर्विस है। इस वॉलेट में ऑर्डर के कैंसल या वापस होने पर व्यापारी अथवा दुकानदार के पास पेसा लॉक्ड रहता है।
4. सेमी क्लोज्ड मोबाइल वॉलेट
 इस वॉलेट के तहत आप ऑनलाइन शॉपिंग और रिचार्ज कर सकते हैं, कैश नहीं निकाल सकते।पेटीएम इसका उदाहरण है।


                                                  मोबाइल वॉलेट के फायदे

* जेब में रखा पर्स खो सकता है, चोरी हो सकता है, जेब काटी जा सकती है, लेकिन मोबाइल वॉलेट न तो चोरी हो   सकता है और न ही खो सकता है।
 * खुले पैसों के लिए भटकने की जरूरत नहीं यहां पैसे भी उतने ही कटते हैं जितना का बिल होगा।
                                                           

                                              मोबाइल वॉलेट के नुकसान

इंटरनेट कनेक्शन पर आधारित । 
मोबाइल वॉलेट सर्विस प्रोवाइडर से बहुत कम संख्या में व्यापारी और दुकानदारों का जुड़ाव  ।  
रूपये जमा और खर्च करने की पाबन्दी । 
साइबर सेंध और हैकर्स का डर। 
रुपयों के वापसी में पेंच , खरीदारी की विवशता।  


शुक्रवार, 23 अक्टूबर 2015

त्योहारों के शुरू होते ही आॅनलाइन खरीदारी पर भारी छूट और आॅफर्स की झड़ी लगी लग जाती है। हरेक खरीदारी पर यहां कुछ न कुछ  जरूर मिलता है। परंतु इन आफर्स के चक्कर में कभी-कभी भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है। खास कर आॅनलाइन खरदारी में हम बगैर जांचे-परखे भारी आॅफर देखकर किसी भी साइट से कुछ भी उठा लेते हैं और भारी आॅफर के चक्कर में भारी धोखा हो जाता है। इसलिए आॅनलाइन खरीदारी से पहले कुछ सावधानियां जरूरी हैं।

जानकार हो साइट 

अक्सर भारी छूट का मैसेज देखते ही साइट के बारे में बगैर जांचे परखे खरीदारी के लिए आतूर नहीं हों ,उन्ही आॅनलाइन साइट से खरीदारी करें जिनके बारे में लोगों को पहले से जानकारी हो या यूं कहें कि जिन पर भरोसा हो।

रिव्यू ,रेटिंग और कमेंट पर भी दें ध्यान  

भरोसेमंद आॅनलाइन स्टोर से खरीदारी करने से पहले उसके बारे में उपभोक्ता का कमेंट और रिव्यू जरूर पढ़ लें। उपभोक्ता कमेंट, रिव्यू और रेटिंग आपके लिए बेहतर वस्तुओं  के चुनाव में मददगार होगा। क्योंकि इससे उत्पाद की गुणवत्ता और विश्वसनीयता के साथ साइट की सर्विसेज गतिविधि का पता भी चल जाता है।

विक्रेता हो भरोसेमंद

आॅनलाइन स्टोर सिर्फ खुद का समान नहीं बेचतीं बल्कि वहां अलग—अलग रिटेलर्स के उत्पाद भी बेचे जाते हैं। ऐसे में कोशिश होनी चाहिए की विक्रेता भरोसेमंद हो , हालाँकि  आॅनलाइन स्टोर के विक्रेताओं में से भरोसेमंद चुनना भी मुश्किल काम है, इसके लिए ये जांचना भी जरुरी है की आॅनलाइन स्टोर द्वारा उसे  विशेष दर्जा दिया गया हो। जैसे फ्लिपकार्ट पर फ्लिपकार्ट अडवांटेज, स्नैपडील पर स्नैपडील फुलफील और अमेजन फुलफील दर्शाये जाते हैं ।

गारंटी और वारंटी  

आॅनलाइन खरीदारी के समय यह देखना  भी जरुरी है कि प्रोडक्ट पर निर्माता कंपनी की ओर से गारंटी व वारंटी दी जा रही है , कि डीलर वारंटी या थर्ड पार्टी वारंटी। डीलर या थर्ड पार्टी वारंटी अक्सर रिफर्बिश प्रोडक्ट के लिए होता है। रि‍फर्बि‍श प्रोडक्‍ट्स आमतौर पर उन डि‍वाइसेज को कहते हैं जि‍नहें मैन्‍युफैक्‍चरर्स कुछ खराबी, रीपेयर की वजह से मार्केट से वापस लेने के बाद छह माह या उससे ज्‍यादा महीने की वारंटी के साथ कम कीमत पर दोबारा मार्केट में बेचते हैं।

सामने खोलें पैकेट

आॅनलाइन खरीदारी में गलत सामान और धोखा-धड़ी के मामले आते ही रहते  हैं। इसलिए कोशिश करें कि डिलिवरी ब्वाॅय के सामने ही पैकेट खालें। या संभव हो तो आस पास के तीन-चार लोगों की मौजूदगी में  मोबाइल से ही पैकेट खोलने का छोटा सा वीडियो बना लें ।

 रसीद को रखें सुरक्षित

आॅनलाइन खरीदारी के बाद ईमेल पर मिलने वाले रसीद को सुरक्षित रखें। जिससे कि गलत सामान की प्राप्ति पर  ई-काॅमर्स साइट पर पैसा वापस करने के लिए दावा किया जा सके।
                                                         
                                               ऑनलाइन भुगतान सम्बंधित सावधानियां  
  1- क्रेडिटकार्ड-डेबिट कार्ड की बजाय नेट बैंकिंग का ज्यादा उपयोग करें ।
आपने देखा होगा डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर रिचार्ज में 50रु की छूट, मूवी टिकट पर 50% की छूट के नाम पर ग्राहक को लालच दिया जाता है। सारे ऑफर सिर्फ डेबिट कार्ड-क्रेडिट कार्ड पर ही होते है ,नेट बैंकिंग पर कोई ऑफर नहीं। आखिर क्यों नहीं मिलता नेटबैंकिंग पर कैशबैक या छूट ? 
क्रेडिटकार्ड और डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर उस साइट पर यह कह कर क्रेडिटकार्ड और डेबिट कार्ड नंबर स्टोर किया जाता है की भविष्य में होने वाली अन्य खरीदारी में सहूलियत होगी और बार -बार इन नंबरों को नहीं डालना पड़ेगा, पर सच्चाई ये है की भविष्य में इनका दुरूपयोग ही होता है। 
Mobikwik जैसे कई कंपनियों ने अपना ऐसा एंड्राइड एप बनाया  है कि डेबिटकार्ड-क्रेडिटकार्ड और नेट बैंकिंग से पेमेंट करने पर अगर मोबाइल में कोई OTP sms आये तो आपको उसे  टाइप ना करना पड़े वो खुद कॉपी कर ले । इस तरह सुविधा के नाम पर, आपके अकाउंट का गलत इस्तेमाल करने की साजिश हो रही है ताकि आपको पता भी नहीं चले की  कब आपकी mobile browser cookies से आपके बैंक के पासवर्ड ट्रैक करके और OTP sms यूज़ करके रूपये उड़ा दिए जायें ।

भारत में तो डेबिट कार्ड से  पेमेंट के दौरान 3D secure पासवर्ड का आप्शन आता है, लेकिन अमेरिका की या अन्य विदेशी बहुत सी ऐसी वेबसाइट हैं जहाँ से आप डेबिट कार्ड यूज़ भी करेंगे तो सिर्फ कार्ड नंबर और CVV ही एंटर करना होता है। जालसाज इसी तरह की  वेबसाइट का उपयोग ऑनलाइन वॉलेट की तरह करके रूपये उड़ाते हैं। 
 दूसरी मुख्य बात-  जालसाज इ-कॉमर्स वेबसाइट या कंपनी  उसी नाम से दूसरी फेक कंपनी या वेबसाइट  बनाकर रखती  है, ताकि धोखाघड़ी में उसकी असलियत सामने न आये ,राशि कटने की जानकारी  बैंक  से लेने पर दूसरी फेक कंपनी/वेबसाइट का नाम आता है जिससे इन कंपनियों पर कोई आंच नहीं आती। 

2- ऑफर देने वाली नयी कंपनियों की बजाय विश्वसनीय कंपनी का ही उपयोग करें.
3- ये सही है की बड़ी कंपनी प्रमोशन के लिए पैसे खर्च करती है लेकिन जरूरत से ज्यादा आकर्षक ऑफर दिखे तो उससे दूर रहे ।
4- ऑनलाइन शॉपिंग  में पेमेंट के बजाय cash on delivery का आप्शन चुनें ।

कई बार पैसे फ़साने के लिए Unbelivable ऑफर एड के प्रचार के जरिये   दिखाई जाती  है - जिसमे उस प्रोडक्ट की रेट काफी सस्ती दिखाई जाती है, ग्राहक प्रोडक्ट आर्डर करता है। ऐसे प्रोडक्ट पर जानबूझकर cash on delivery विकल्प नहीं होते। पेमेंट के 2-3 दिन बाद मैसेज आता है की आपका आर्डर पूरा नहीं किया जा सकता क्यूंकि ये प्रोडक्ट आउट ऑफ़ स्टॉक है और पैसे वेबसाइट के वॉलेट में आ जाते हैं। जिनसे भविष्य में  शॉपिंग कर रूपये निकालने  की बाध्यता आ जाती है ,ये रूपये  सीधे बैंक अकाउंट में वापिस नहीं आते।
5- मोबाइल में कोई भी फर्जी एप डाउनलोड ना करें।
कुछ ऐसे ग्राहक  भी हैं जिन्होंने पहली बार क्रेडिटकार्ड-डेबिट कार्ड यूज़ किया था और उनके क्रेडिटकार्ड-डेबिट कार्ड डिटेल्स को सेव कर उसका गलत उपयोग हो रहा है ,अकाउंट से पैसे जा रहे हैं, मजबूर होकर उन्हें कार्ड ब्लाक करवाना पड़ रहा है। 
6- बेहतर होगा मोबाइल में मोबाइल बैंकिंग यूज़ ना करें ।
7- वेबसाइट पर बनाये जाने वाले अकाउंट और नेटबैंकिंग का पासवर्ड जटिल रखें ,किसी भी वन टाइम पासवर्ड को वॉयस कॉल के जरिये होने वाले वेरिफिकेशन में नहीं बताएं।

इन्हे भी देखें -  दस  में आठ हैं धोखेबाज 
Paytm के डायरेक्टर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस, 313 लोगों की शिकायत
PAYTM के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज

शनिवार, 17 अक्टूबर 2015

यूँ  तो सभी विंडोज में फाईलों को कॉपी करने के विकल्प होते हैं पर विंडोज  हमेशा तेजी से फाइल कॉपी नहीं करता, खाशकर तब जब एकबार में कई फाईलों को कॉपी करनी हो।
               तो मत कीजिये इंतजार और हो जाइए तैयार लोकप्रिय सुपर कॉपीयर के साथ तीव्र गति से कॉपी करने को । अभी तक आपने इसका इस्तेमाल शुरू नहीं किया हो तो अभी लेटेस्ट वर्जन को डाउन लोड कीजिये।
                                      
                                                                                                           
कैसे है बेहतर  :-                                                                   बहुत तेजी और  कुशल तरीके से कॉपी करता है 
कॉपी  से जुडी त्रुटियों को समाप्त करता है                                
विंडोज के लिए फ्रीवेयर के रूप में लाइसेंस प्राप्त
बिना प्रतिबंध  मुफ्त उपलब्ध है।
संपादन योग्य प्रतिलिपि सूची बनाने की सुविधा 
रिज्यूम, पाऊस, स्किप, कॉपी  स्पीड  कंट्रोल से युक्त .

ये भी हैं कमाल के कॉपीयर-

शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2015

Mp4Bhojpuri.Com Mp4Bhojpuri.Com एक ऐसी वेबसाइट है  जहाँ से आसानी से पसंदीदा सभी नये -पुराने भोजपुरी वीडियो गाने MP4, 3GP, HD, Full HD जैसे कई फॉर्मेट में डाउनलोड किये जा सकते हैं। इतना ही नही इन्हे सीधे ऑनलाइन सुना भी जा सकता है |
यहाँ मौजूद भोजपुरी विडियो श्रेणीनुसार सूचीबद्ध हैं जिससे पसंद के वीडियो खोजने में सहजता होती है -
 भोजपुरी फिल्मों के ट्रेलर
 भोजपुरी फिल्मों के विडियो
भोजपुरी  एल्बम के विडियो
 भोजपुरी नवरात्रि के विडियो                      
भोजपुरी होली के विडियो
भोजपुरी बोलबम के विडियो
भोजपुरी छठ पूजा के विडियो
भोजपुरी लोकगीत चैता के विडियो
भोजपुरी भक्ति गाने के विडियो
भोजपुरी  इंटरव्यू विडियो
भोजपुरी हॉट विडियो
भोजपुरी  कॉमेडी विडियो
भोजपुरी रीमिक्स विडियो
भोजपुरी स्टेज शो विडियो
भोजपुरी टीवी शो विडियो
भोजपुरी फुल स्टोरी विडियो
भोजपुरी फुल मूवी विडियो
बॉलीवुड भोजपुरी फ्लेवर
   logo    Mp3Bhojpuri.com  इसी तरह अगर आप भोजपुरी Mp3 गानें डाउनलोड करना चाहते हैं तो Mp4Bhojpuri.Comकी जगह लिखिए Mp3bhojpuri.com  और आपके सामने वीडियो वेबसाइट की तरह हीं Mp3 की सूचि उपस्थित हो जाएगी .

शनिवार, 3 अक्टूबर 2015

यदि आप हिन्दी कराओके गाने के शौकीन हैं और भिन्न -भिन्न वेब साइटों पर इन्हे ढूंढते रहते हैं साथ ही कराओके गाने के लिए बाजार से  महंगे कराओके सीडी या कराओके सिस्टम खरीदना भी नहीं चाहते तो इन साइटों से आपको काफी मदद मिल सकती है,और अगर आपका पसंदीदा गाना यहाँ नहीं मिले तो उसके लिए निवेदन भी कर सकते हैं।

Go To Home     SpecialMob.iN   यहाँ A से Z तक फिल्मों को क्रमबद्ध तरीके से सजाया गया है ,साथ हीं कलाकारों के नामों से भी ढूंढने की  सुविधा दी गयी है।  पुराने गानों की सूचि अलग रखी गयी है ताकि उन्हें ढूंढने में ज्यादा समय न लगे।

Download Karaoke Music   यहाँ गानों को उनके नाम से सूचीबद्ध किया गया है, साथ हीं चर्चित गायकों के गानो की सूचि उनके नाम से दी गयी है।

           Ecstasea karaoke music  यहाँ उच्च और सामान्य गुणवत्ता वाले डाउनलोड विकल्प भी हैं।

 KARASONGS   एक  ही जगह विभिन्न लोगों द्वारा अपलोड किये गए एक ही गानों के  ढेरों  रिजल्ट खोजने का सबसे अच्छा विकल्प है ।

 Honysinger.com   यह वेबसाइट गाना बाजार डॉट  कॉम का हीं दूसरा रूप है।

MyMp3Singer.com    (Instrumental) इंस्ट्रुमेंटल कराओके काफी बेहतरीन क्वालिटी में उपलब्ध है.

अगर आप कराओके संगीत के साथ (लिरिक्स ) लिखे हुए गाने को भी डाउनलोड करना चाहते हैं तयू-ट्यूब  की भी मदद ले सकते हैं ,हाँ , यहाँ आपको कुछ आधे-अधूरे और ख़राब गुणवत्ता वाले गाने भी मिलेंगे इसलिए बेहतर है डाउनलोड करने से पहले उन्हें सुनकर परख लें।   पढ़िए - यूट्यूब से वीडियो डाउनलोड कैसे करें ?

Dailymotion यहाँ भी आपको लिरिक्स के साथ कराओके मिल सकता है ,और हाँ यहाँ अकाउंट बनाकर कराओके संगीत को अपलोड भी किया जा सकता है। (यहाँ डाउनलोड का विकल्प नहीं है ,क्योंकि ये वीडियो फ़्लैश फॉर्मेट में है,इन्हे डाउनलोड करने के लिए FLV Downloader इंस्टॉल  करना होगा। )

सोमवार, 31 अगस्त 2015

सबसे पहले आप जानना चाहेंगे की श्री राजीव दीक्षित हैं कौन ? राजीव भाई के नाम से   प्रसिद्ध राजीव दीक्षित (30 नवम्बर 1967 - 30 नवम्बर 2010) एक भारतीय वैज्ञानिक, प्रखर वक्ता और आजादी बचाओ आन्दोलन के संस्थापक थे। दीक्षित ने 20 वर्षों में लगभग 12000 से अधिक व्याख्यान दिये। भारत में 5000 से अधिक विदेशी कम्पनियों के खिलाफ उन्होंने स्वदेशी आन्दोलन की शुरुआत की। उन्होंने 9 जनवरी 2009 को भारत स्वाभिमान ट्रस्ट का दायित्व सँभाला। बाबा रामदेव ने उन्हें भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट) के राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व सौंपा था, जिस पद पर वे अपनी मृत्यु तक रहे।  जीवन परिचय को विस्तार से यहाँ से पढ़ें
 भारत  को स्वदेशी बनाने की लड़ाई लड़ने वाले ,तीन हजार सात सौ से अधिक विदेशी कंपनियों  की लूट  से सावधान  करने वाले और बिना दवा के स्वस्थ रहने की जीवन विज्ञानं को सिखाने और जागरूक करने वाले  स्वदेशी के प्रखर प्रवक्ता, चिन्तक , जुझारू निर्भीक व सत्य को द्रढ़ता से रखने की लिए पहचाने जाने वाले भाई राजीव दीक्षित जी ने किसानों को समझाया की किस तरह वे सस्ती खेती कर सकते हैं ,विद्यार्थियों को समझाया की उनकी प्रतिभा किस तरह विदेशी कंपनियों और विदेशों को समृद्ध बना रही है, आम आदमी का किस तरह शोषण हो रहा है ,हम किस तरह फिर से गुलाम हो रहे हैं , हमारे छः लाख से अधिक क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की बाजी लगाकर जिस भारत को आज़ाद कराया उसी  भारत  को  किस तरह आज के राजनेता और अधिकारी लूट रहे हैं  । भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाने  के लिए और शोषणविहीन भारतीय व्यवस्था  को स्थापित करने  के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले  राजीव भाई के व्याख्यानों को  सुनें और देश को स्वदेशी बनाने का संकल्प लें।
मीडिया ने भले हीं इन्हे अनदेखा किया हो पर आपका एक प्रयास राष्ट्र के इस अमर बलिदानी शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकता है।इनके व्याख्यानों को जरूर  सुने और दूसरे को सुनने के लिए प्रेरित करें साथ हीं इनसे सम्बंधित व्याख्यानों या पुस्तकों आदि की वेबसाइट लिंक एक दूसरे से शेयर कर भारत को स्वदेशी बनाने के इस अभियान में मदद करें। 
                                                                कुछ महत्वपूर्ण लिंक्स                                            
मुख्य वेबसाइट
अन्य  
mp3 व्याख्यान 
मोबाइल ऐप
पाठ्य  प्रारूप में राजीव दीक्षित भाषण (Rajiv Dixit Speech in text format)
आखिर कौन हैं श्री राजीव दीक्षित
विकिपीडिया 
अनुज प्रदीप दीक्षित का फेसबुक अकाउंट 
Rajiv dixit is murdered - YouTube

रविवार, 30 अगस्त 2015

तेजी से बढ़ते हुए इंटरनेट और तकनीक की दुनिया में सभी किसी न किसी  सोशल नेटवर्किंग साइट्स से जुड़े हुए हैं -फिर वो चाहे फेसबुक हो ,गूगल प्लस हो ,ट्विटर हो, पिंटरेस्ट हो या फिर लिंक्डइन इत्यादि हो ।  
               इनमे से लोगों के बीच फेसबुक कुछ ज्यादा हीं लोकप्रिय है जिनपर वे खूद से जुड़ी चीजें साझा करते रहते हैं ,और साथ हीं करते हैं अपने फेसबुक अकाउंट को अन्य से आकर्षक बनाने की कोशिश भी।  फेसबुक कवर फोटो अकॉउंट को आकर्षक बनाने और अलग पहचान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जिसे मात्र दो मिनट में आपके नाम के साथ काफी खूबसूरत बनाया जा सकता है ,और अपनी रचनात्मकता के अनुरूप लुक भी दिया जा सकता है।  
              आज बातें ऐसी हीं एक वेबसाइट  की , जहाँ से जब चाहे अपनी मनपसंद फेसबुक तस्वीर बनायीं जा सकती है  और साझा की भी जा सकती है ।   

** सबसे पहले इस वेबसाइट पर चले जाएँ -माय नेमपिक्स    उसके बाद दायीं तरफ CATEGORIES से NAME FB COVER चुनें ,यहाँ NAME FB COVER की भी अलग-अलग  CATEGORIES है उससे इक्छानुसार श्रेणियों चुन ले या फिर निचे से  Next करते जाएँ ,या  ऊपर Search बॉक्स से पसंद की फेसबुक कवर खोज लें- जैसे-  म्यूजिक से सम्बंधित कवर फोटो चाहिए तो सर्च बॉक्स में Music लिखिए। 

** अब चित्र के बगल में Write Name पर क्लिक कीजिये ।
** Text  बॉक्स में जो भी नाम लिखना चाहें लिखिए 
** नाम लिखने के बाद  Generate / Generate Name पर क्लिक कीजिये 

**  अंत में  Download to PC / Download This Pic पर क्लिक कर डाउनलोड कर लीजिये 
इसे फेसबुक कवर फोटो के रूप में सेट कर लीजिये।   
दूसरी मजेदार बात , यहाँ से आप किसी भी मित्र या रिश्तेदार को जन्मदिन की बधाई उसे बर्थडे विसेज केक पर नाम लिख कर भेज सकते हैं। इतना हीं नहीं आप चाहें तो यहाँ से अलग- अलग प्रकार के ढेरों तस्वीर बनाकर अपने लैपटॉप /डेस्कटॉप /मोबाइल पर वॉलपेपर के रूप में सेट कर सकते हैं  
विशेष ;  यहाँ तस्वीरों में अनमोल वचनों (Quote)या विचारों  को लिखकर अभिव्यक्त किया जा सकता है। 
यहाँ तैयार रूप में प्यारे स्लोगन उपलब्ध हैं । जिसे साझा किया जा सकता है ।    

गुरुवार, 27 अगस्त 2015

इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए अपने ब्राउजर पर एक साथ कई टैब का इस्तेमाल सभी करते हैं,लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि इस वजह से अक्सर हमारे बेहतरीन प्रदर्शन देने वाला Core i5 या Core i7 सिस्टम भी इंटरनेट इस्तेमाल करते समय धीमा  हो जाता है। तब कुछ कम इस्तेमाल होने वाले ब्राउजर टैब को बंद कर देना ही  ब्राउजर  गति को सामान्य रखने के लिए एकमात्र विकल्प दीखता है . लेकिन अगर आपको ऐसा करने की जरूरत न पड़े और आपका सिस्टम 10-12 क्या 20-22 टैब के एक साथ खुलने पर भी स्लो न हो तो बस इस एक्सटेंशन- वन टैब  को उपयोग में लाईये -
गूगल  क्रोम 
फायर फॉक्स 


यह गूगल क्रोम या फायरफॉक्स सेटिंग में जाकर सर्च करने से मुफ्त में मिलता है. एक बार इंस्टॉल होने के  बाद इसका आइकन  ब्राउजर में दायीं ओर सबसे ऊपर दिखाई देने लग‍ता है.
एक्सटेंशन इनस्टॉल/एड करने के बाद  बाद  अब एक साथ कई टैब खोलिए और ब्राउजर में बने One Tabआइकन पर  क्ल‍िक कीजिये . क्लिक करते ही आपके सारे टैब एक One Tab आइकन वाले सिंगल टैब के अंदर आ जाएंगे. यानी अब आपके ब्राउजर में सिर्फ एक टैब खुला होगा. जबकि उस टैब में आपके सभी ओपन टैब की लिस्ट होगी. यह लिस्ट डेट, टाइम के हिसाब से सॉर्ट हुए रहेंगे।
अब आपको जिस टैब की जरूरत है, लिस्ट में उस पर क्लि‍क करें. ऐसा करते ही वह ब्राउजर में One Tab के साथ एक नया दूसरा टैब बनकर खुल जाएगा. जबकि उसे फिर से वन टैब के अंदर लाने के लिए आपको उसी One Tab आइकन पर क्लि‍क करनी  होगी ,इस तरह वन टैब के इस्तेमाल से आप जहां सिर्फ एक क्लि‍क से  सभी  टैब्स को रिस्टोर , डिलीट या अपने दोस्तों या साथी कर्मचारियों के साथ शेयर भी कर सकते हैं.
        इस एक्सटेंशन के जरिए ब्राउजर सिर्फ एक टैब की प्रोसेसिंग पर ध्यान देता है. जिससे ब्राउजर की प्रोसेसिंग स्पीड कभी स्लो नहीं होती।







रविवार, 16 अगस्त 2015

अगर आपने ईमेल में कुछ गलत लिख दिया है या  ईमेल गलत व्यक्ति को भेज दिया है , या आपने  किसी को अपने बैंक एकाउंट या निजी जानकारी भेज दी है तो घबराईये नहीं वह सन्देश आपकी आदेशनुसार खुद हीं मिट जायेगा .
         
     इसके लिए आपको क्रोम ब्राउज़र में  एक एक्सटेंशन को इनेबल करना होगा और ये है  mail.delicious.com  वेबसाइट के Dmail नामक एक्सटेंशन,  जिसकी  मदद से खुद ही डिलीट होने वाले ईमेल भेजना आसान हो जाता है.
        सबसे पहले, गूगल के सर्च ऐड्रेस बार में mail.delicious.com टाइप कीजिए. आपके सामने स्क्रीन पर Dmail लिखा हुआ आएगा. सामने हीं Get the Chrome Extension पर क्लिक कीजिये, उसके बाद जो स्क्रीन आएगी उस पर 'ऐड' पर क्लिक कर दीजिए, Download Google Chrome  पर क्लिक करके  इसे इनस्टॉल किया जा सकता है ,एक्सटेंशन डाउनलोड होते हीं  आपके स्क्रीन पर मैसेज 'एडेड टू क्रोम' आ जाएगा.उसके बाद Dmail एक्सटेंशन आपसे अनुमति माँगेगा जिसके लिए आपको अपनी इजाज़त देनी होगी.




उसके बाद अपने ई- मेल अकाउंट पर लॉग इन कीजिए. ईमेल लिखने के लिए जो बॉक्स स्क्रीन पर खुलेगा उसमें आप देख सकेंगे कि आपको Dmail ऑन दिखाई देगा. यहाँ आप तय कर सकते हैं कि आपका ईमेल एक घंटे, एक दिन या एक हफ्ते में, कब खुद ही डिलीट हो जाए. या अब आप जिसे भी मेल भेजेंगे ,उसे सेंट मेल में जाकर 'रिवोक ईमेल' पर क्लिक कर  ,जिसको आपने ईमेल भेजा है उसे उसी समय उसके इनबॉक्स से  डिलीट कर  सकते हैं .

गुरुवार, 2 जुलाई 2015

सुदेश भोंसले को मुख्य रूप से अमिताभ बच्चन के गानो के लिये जाना जाता है,पर शायद कम लोग जानते हैं की सुदेश उत्तम अनुकरण(मिमिक्री )तथा  डबिंग कलाकार और पेंटर  हैं 
                                                       इन्होने कई सालों तक संजीव कुमार और अनिल कपुर के लिये मिमिक्री कलाकार के तौर पर डबिन्ग भी की । इनकी माँ सुमन भोंसले गायिका और नानी दुर्गाबाई शिरोडकर (आगरा घराने की )प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका थीं तथा इनके पिता एन आर भोंसले फिल्मो के पोस्टर और पोर्ट्रेट बनाने के लिए पेंटर के रूप में मशहूर  थे, तथा राजश्री प्रोडक्शंस और चेन्नई से बी .एन. रेड्डी द्वारा निर्मित फिल्मों के पोस्टर बनाने के कार्य से जुड़े रहे, पिता की तरह ही सुदेश भी इन कलाओं में पारंगत हो गए थे और पिता के साथ ही फ़िल्मी पोस्टर बनाया करते थे, 1974  में आई राजेश खन्ना की "प्रेमनगर"  की पोस्टर इन्होने पहली बार बनाये  और उसके बाद 1982 तक जूली,स्वर्ग-नरक, स्वयंवर ,श्रीमान-श्रीमती ,निशाना जैसे हिंदी और मराठी फिल्मों के लिए पोस्टर बनाते रहे ,हालाँकि परिवार में संगीत और पेंटिंग का भरपूर माहौल रहने के वावजूद इनके पिता को यहीं लगता था की सुदेश भी आगे चलकर उनकी हीं तरह पेंटिंग व्यवसाय को ही आगे बढ़ाएंगे 
                                      कॉलेज के दिनों में होनेवाले आयोजनों में हीं ये कभी- कभी कोई गीत गा  लेते थे और फ़िल्मी कलाकारों की नक़ल करते थे तब इन्होने नहीं सोचा था की ये गायक बनेंगे ,एक बार इसी तरह इनका नाम मंच से गाने के लिए अचानक पुकार दिया गया ये तो घबरा हीं गए खैर इन्होने गाया और अमिताभ बच्चन की नक़ल भी की ,उस समय अमिताभ टॉप पर थे,इसके बाद तो ये मित्रों  में मिमिक्री के लिए प्रसिद्ध हो गए,मित्रों के कहने पर हीं इन्होने अमिताभ की फिल्मों के डायलॉग याद किये और उनकी नक़ल करनी शुरू की ,अब इन्हे भी आनद आने लगा फिर इन्होने संजीव कुमार,अनिल कपूर,विनोद खन्ना,असरानी,शक्ति कपूर ,गायक हेमंत कुमार ,अदनान सामी,ओम प्रकाश,शोले के ठाकुर, जॉनी लीवर आदि की भी खूब मिमिक्री की 
                                                       बाद में आर्केस्ट्रा समूह से जुड़ने के बाद गाने और नक़ल करने का सिलसिला चलता रहा ,फिर ज़लज़ला 1988  में अनुराधा पौडवाल  के साथ एक होली गीतगाने का मौका मिला,शशि कपूर द्वारा निर्देशित और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित (1989) "अजूबा " में उन्होंने अमिताभ के लिए हीं गाया , हालाँकि उस गाने को पहले अमिताभ की आवाज में रिकॉर्ड किया गया था फिर बाद में इनसे गवाया गाया गाने को सुनकर जया बच्चन तक को विश्वास  नहीं हो रहा था की इसे अमिताभ ने नहीं गया है ।  अमिताभ बच्चन अभिनित फिल्म- हम (1990) के गाने 'जुम्मा चुम्मा दे दे' ने इन्हे बुलंदी पर खड़ा कर दिया ,यही वो गाना है जिसे सुनकर अमिताभ ने खुद कहा -अब मैं नहीं गाऊँगा, मेरे सारे गाने सुदेश गायेगा                                                      

मंगलवार, 30 जून 2015

शैलेन्द्र सिंह की तरह ही गुमनामी में खोये, गायक जसपाल सिंह  ने हिंदी फिल्मों में ढेरों सुरीले और ताजगी से भरे गीत गाये हैं ,गीतों के रीमिक्स,गजल,भजन और पारम्परिक शास्त्रीय गीतों से देश विदेश में अपनी प्रस्तुति देकर मन मोहने वाले जसपाल सिंह जाने कहाँ गुम हो गए है ,यहाँ तक की इंटरनेट पर भी उनके बारे में कुछ भी जानकारी नहीं मिलती .
                                            “गीत गाता चल” से दिलों में बसने वाले जसपाल भले ही आज गायकी की दुनिया में गुमनाम हों पर इनके इन बेहतरीन गानों को सुनकर आप भी इनके बारे में जानने को बेताब हो जायेंगे .


गीत गाता चल (1975)का शीर्षक गीत-  गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल
या   धरती मेरी माता पिता आसमान  या  मंगल भवन अमंगल हारी   या फिर  श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम


श्याम  तेरे  कितने  नाम  - (1977) का काफी मधुर गाना  इस गीत की एक और खूबी जिसे शायद आपने मह्शूश न किया हो  इस गीत में हिन्दी विशिष्ट शब्दों का अधिकतम उपयोग हुआ है  ,पवित्रता लिये हुए शब्दों में मादकता भी है .  आप सोचेंगे  मादकता भी पवित्र हो सकती है और अश्लील हुए बिना भी अपने मन की बात बेहद उत्तेजक शब्दों में कही जा सकती है, अरे हाँ ,इसे सुन कर देख लीजिये - जब जब तू मेरे सामने आये    इसी फिल्म के अन्य गाने  जमुना किनारे बजे  श्याम की बाँसुरिया    साथी  रे कभी अपना साथ न छूटे  


नदिया के पार - (1982 ) के सम्पूर्ण गाने इनके और हेमलता की आवाज में हैं, हेमलता संग इनके ज्यादातर गाने हैं
और सचिन पर  फिल्माए जाने के बाद वे गीत तनिक भी नहीं लगे
की इसे सचिन ने नहीं किसी अन्य गायक ने गाया है
सावन को आने दो  - (1979)  का शीर्षक गीत या फिर ज्ञान ये समझे या  ओ साथी दुःख में ही सुख है छिपा  रे
अँखियों के झरोखों से  - (1978) का ये दोहावली - बड़े बड़ाई ना करे बड़े ना बोले बोल

मज़दूर  ज़िंदाबाद  (1976) का  यह आज का भारत  है
लड़के  बाप  से  बड़के  (1979)  का  देखो  जानी  दुश्मन
पायल  की  झंकार का(1980)-  जिंख़ोजा तीन पाइयाँ गहरे पानी पैठ
 संत रविदास की अमर कहानी (1983)का  जब  तक  है आकाश  पे  सूरज
एक गांव की कहानी (1975) का   जय  महा काली
प्यार के राही (1982) का  हम तुम प्यार के राही 
डाकू और महात्मा (1977 ) का हंसती  आँखों  को
पत्थर (1985) का  आज की ताज़ा खबर                                                          
षड़यंत्र  (1990) का  होली आई होली
चोरों  की  बारात (1980) का शीर्षक गीत -   चोरों  की बारात
खंजर (1980)  का तुम मेरी ज़िन्दगी हो सजनी
गोपाल  कृष्णा  (1979)का  आयो फागुन  हठीलो
अमृत (1986) का शराफत अली को शराफत ने मारा
एजेंट  विनोद (1977)का  हम तो निकले राम भरोसे      
करवा चौथ(1978) का - बस एक यही वरदान आज हम मांग रहे करतार से
ज़िद (1976)का तेरी पलकों के तले  या रंग लेके दीवाने आ गाये रंगों में
तुलसी(1985)   का जाने क्या है ,  जनम  जनम का तुम संग नाता , भइया मेरे फौजी रे
ऑल राउंडर (1984)   का ओ रे बबुआ   आदि  .
वेब म्यूजिक से प्राप्त mp3 गानों के लिंक वैसे तो फलैश प्लेयर में सीधे बजते हैं, पर  इन लिंकों को कॉपी कर ईगलगेट से डाउनलोड भी किया जा सकता है  ये सभी गाने यू -ट्यूब पर भी उपलब्ध हैं 

मंगलवार, 23 जून 2015

ऐसा कहा जा सकता है की एक उम्रसीमा या शादी के बाद अभिनेत्रियों की अभिनय पारी सिमट जाती है परन्तु अभिनेताओं को 60 की उम्र में भी मिलते हैं जवानी वाले रोल.

अक्सर ऐसा माना जाता है कि डेटिंग सबसे ज्यादा युवा करते हैं। पर एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि रिटायरमेंट के करीब पहुँचे लोग इस मामले में युवाओं को मात दे देते हैं। अध्ययन के मुताबिक औसतन 55 वें साल में पहुँचे लोग डेटिंग के लिए सबसे ज्यादा सक्रिय होते हैं।
इसे रियल लाइफ में न सही रील लाइफ में ही अपनी काबिलियत ,क्षमता और प्रसिद्धि के बल बूते साबित करते है हमारे दिग्गज अभिनेता । 60 वर्ष के बाद भी 25 वर्ष के अभिनेता जैसा दम-खम रखते हुए पर्दे पर अपने से आधी उम्र की अभिनेत्रियों के साथ डांस और रोमांस करते नजर आते हैं .

  • रजनीकांत (69 वर्ष) सबसे अधिक उम्र के नायक - हाल ही में आई फिल्म- लिंगा में इनकी हिरोइन थी सोनाक्षी सिन्हा हैं. या फिल्म दरबार मे Nivetha Thomas को ही देख लें ।
  • अनिल कपूर (63 वर्ष) - बेटी सोनम कपूर भी फिल्मों में सक्रीय हैं वहीँ "दिल धड़कने दो " में आप अनिल कपूर की धड़कन सुन सकते हैं।
  • संजय दत्त (60 वर्ष) - फिल्म "पुलिसगिरी " को ही देख लीजिये- फिल्म की नायिका प्राची देसाई ( 12 सितम्बर 1988 ,सूरत) मात्र 30 वर्ष की हैं
  • गोविंदा (56 वर्ष) - एक तरफ ‘सेकंड हैंड हस्बैंड’’ से बॉलीवुड में अभिनेता गोविंदा की बेटी टीना आहुजा अपनी अभिनय की पारी की शुरुआत कर रही , वही फिल्म किल दिल में आप गोविंदा के तेवर देख सकते हैं ,
  • आमिर खान (55 वर्ष) अर्धशतक लगा चुके आमिर हर साल कुछ बेहतरीन फ़िल्में देते हैं -आगे काफी दिनों तक ऐसा दौर चलता रहेगा हाँ इनकी फिल्म में हीरोइनें जरूर बदलेंगी अनुष्का की तरह .
  • सलमान खान (54 वर्ष) इस दबंग हीरो ने अपनी फिल्मों से ज्यादातर नयी प्रतिभाओं को मौका दिया है और यह सिलसिला जारी है ,संयोग से अन्य अभिनेताओं की तरह ये शादीशुदा भी नहीं हैं और जवान भी दीखते हैं , इस उम्र में भी इनकी हीरोइने प्रेम रतन धन पायो के सोनम कपूर जैसी होती हैं

शाहरूख खान- (54 वर्ष) फिल्म "फैन" की हीरोइन वाणी कपूर को हीं देख लें .

हिमेश रेशमिया- ( 47 वर्ष) हाल ही में आई " द एक्सपोज़ " में इनकी हीरोइन सोनाली राउत की उम्र भी तो मात्र 24 साल थी .

इरफ़ान खान- (53 वर्ष) - इस मामले में ज्यादा खुश नसीब हैं क्योंकि फिल्मों में नायक की गंभीर और चुनौती भरे रोल करने के वावजूद फिल्मों में इनकी हीरोइनें "पीकू "के दीपिका पादुकोण जैसी हीं होती हैं

शनिवार, 20 जून 2015

इनकी अधूरी कहानी The unfinished story

Posted by zindgi.com | 8:24 am Categories:
फ़िल्मी किरदारों में अंत -अंत तक किसी भी कीमत में अपनी प्रेम कहानी को पूरा करने वाले इन अभिनेता और अभिनेत्रियों की असल जिंदगी में ढेरों प्रेम कहानिया अधूरी हीं रही ,इन किस्सों को कुछ समय बाद लोगों ने  भुला दिया तो कुछ आज ताज जेहन में तरोताजा हैं.
कुछ बेहद चर्चित किस्से :-


शशि कपूर :    18 मार्च 1938 (दादा साहेब फाल्के पुरस्कार  )  शशि कपूर अपने खानदान के पहले लड़के थे जिन्होंने किसी विदेशी महिला से विवाह किया,  शशि ने 1957 में जैफरी केंडल की टूरिंग नाटक कम्पनी को जॉइन किया और शेक्सपीयर के नाटकों में विभिन्न रोल अदा करने लगे। इसी दौरान जैफरी केंडल की  बेटी  जेनिफर कैंडल  से इन्हे प्यार हो गया, हालाँकि जेनिफर कैंडल से पहले अपने ज़माने की कई अभिनेत्रियों के साथ इनके प्रेम सम्बन्ध के  चर्चे रहे .


रेखा :  अमिताभ बच्चन के साथ रेखा की प्रेम कहानी तो आज भी एक पहेली ही है। 1973 में अमिताभ और रेखा की नजदीकियों के किस्से जोरों पर थे ,वे शादी करने के मूड में थे ,  कुली' के सेट पर फाइट सीन में  अचानक अमिताभ का एक्सीडेंट हो गया,पत्नी जया ने बिग बी की खूब सेवा की। ठीक होने के बाद रेखा से अमिताभ ने संबंध खत्म कर लिए। कहा जाता है कि 1981 में बनी फिल्म 'सिलसिला' रेखा और जया भादुड़ी (बच्चन) के प्रेम के बीच बंटे अमिताभ की वास्तविक जिंदगी की सच्चाई पर आधारित थी।
                             रेखा के लिए उद्योगपति मुकेश अग्रवाल के साथ विवाह (1990) भी उनके जीवन का दुर्भाग्य ही रहा। उनके पति ने शादी के एक साल बाद ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, तब रेखा न्यूयार्क में  थीं। इस घटना ने  रेखा को लंबे समय तक सवालों और आक्षेपों के घेरों में रखा ,  रेखा एक बार फिर अपने जीवन में अकेली हो गईं। लेकिन बीच-बीच में सार्वजनिक समारोहों और कार्यक्रमों में शुद्ध कांजीवरम साड़ी और मांग में सिंदूर सजाकर रेखा लोगों के बीच कौतूहल का विषय बनती रहीं।

राजेश खन्ना  :  1966-72 तक फैशन डिजाइनर व अभिनेत्री अंजू महेन्द्रू से राजेश खन्ना का प्रेम प्रसंग चर्चा में रहा , हालाँकि 1973  में राजेश ने डिम्पल कपाड़िया से विवाह कर लिया ,पर डिम्पल का फिल्मो के प्रति अत्यधिक लगाव ने इनके रिश्ते में दिवार खड़ी  कर दी , 1984  में अलग हो गए , वहीँ 1984-1987 में अभिनेत्री टीना मुनीम के साथ राजेश खन्ना का रोमांस उनके  विदेश चले जाने तक चलता रहा।

दिलीप कुमार  
अपने दौर के दौलत और शोहरत की बुलंदी पर  पहुंचे अभिनेता  दिलीप कुमार (युशुफ  खान )जहाँ रूप सुंदरी मधुबाला को चाहते थे, पर मधुबाला से जब गायक किशोर कुमार ने अपनी दूसरी शादी कर ली तो इन्होने 44 की उम्र में 22 वर्षीय बाला शायरा  बानू को अपना हमसफ़र बना लिया

गुरु दत्त  
गुरु दत्त का वहीदा रहमान के लिए जगी चाहत पत्नी गीता दत्त से उनका संबंध ख़राब होने में सबसे बड़ा कारण रहा ,हालाँकि वहीदा रहमान ने  उनसे ‘साहब बीबी और ग़ुलाम’ (1962) के बाद खुद को अलग कर लिया.नतीजा यह हुआ कि गुरु दत्त ने एक रोज़ इतनी नींद की गोलियाँ खा लीं कि 10 अक्तूबर 1964 को महज़ 39 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई.


बिपाशा बसु    हॉट कपल’ से मशहूर बिपाशा बसु और जॉन अब्राहम की.इस जोड़ी  ने 2003 में आई ‘जिस्म’ से अपना फ़िल्मी कैरियर शुरू किया, जल्द ही एक दूजे के लिए स्पेशल साबित  हुए हालांकि इन्होंने एक साथ ज़्यादा फ़िल्में तो नहीं की पर लंबे अर्से तक इन्हें आम ज़िन्दगी में साथ साथ देखा गया. आज इनका ब्रेक अप हो चुका है.

इनके अलावे सलमान खान और ऐश्वर्या रॉय,    
शाहीद और करीना कपूर की अधूरी कहानी सभी जानते हैं   

मंगलवार, 9 जून 2015

एक ही जगह सभी हिंदी लेखों को  उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई गूगल की हिंदी वेब डॉटकॉम  नवंबर 2014  में ही शुरू की गयी , पर हो सकता है  आप अभी तक इस वेबसाइट तक  नहीं पहुंचे हों , या ये भी हो सकता है आप भी उन 40 करोड़ हिन्दीभाषी में से हों जो  अपनी पसंदीदा लेखों को हिंदी में ही पढ़ने के लिए भिन्न- भिन्न साईटों के चक्कर काटते हैं।
                           
       अमेज़न दे रहा है 1000 जीबी एक्सटर्नल  हार्डडिस्क मात्र- Rs. 3,877.00  में, 3 वर्षों की वारंटी के साथ 
                                                                   
  टेक्नोलॉजी, संगीत, फ़ैशन, नौकरी, करियर,  समाचार ,शिक्षा और ज्ञान ,शायरी कविता और चुटकुले ,फाईनेन्स, व्यंजन ,यात्रा ,स्वास्थ्य,पुस्तकें और पत्रिकाएं, खेल आदि वेबसाइटों, ब्लॉग, ऐप्स और वीडियो के ज़रूरी लिंकों से सजी यह वेबसाइट हिंदी में मौजूद ख़ास एवं उपयोगी जानकारियों तथा लेखों को पाठकों तक पहुँचाने का निश्चित ही  बेहतरीन और सार्थक प्रयास है . यहाँ वेबसाइट और यू -ट्यूब चैनल पर सीधे पहुँचने के साथ- साथ उनके ऐप्प को भी डाउनलोड करने के लिंक उपलब्ध  हैं  .
                           तो देर किस बात की चलिए चलते हैं हिंदी वेब डॉटकॉम   पर  ।

सोमवार, 1 जून 2015

जल्द ही फेसबुक अपनी नयी फीचर-'Security Check-up'(" सुरक्षा जांच " ) के साथ  न्यूज फीड में दिखाई देने वाला है, सिक्योरिटी चैकअप फीचर पॉपअप की तरह उपयोगकर्ता को दिखाई देगा। इस पॉपअप बॉक्स में पासवर्ड बदलने और अलग-अलग कंप्यूटर में खुले रह गए फेसबुक सर्विस को देखने और व्यवस्थित करने के विकल्प होंगे । साथ ही  लॉगइन अलर्ट्स चालू करने और मौजूदा फेसबुक सेशन को पूरी तरह से बंद करने के विकल्प भी मौजूद होंगे। आप किसी एक डिवाइस से ही अपने सभी पुराने लॉगइन सेशंस को बंद कर सकते हैं।

इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा की विभिन्न कंप्यूटर, लैपटॉप  या मोबाइल  पर खोले गए अकाउंट जिन्हे हम बंद करना भूल गए हैउन्हें हम लॉग ऑफ आसानी से कर लेंगे जिससे की इसका गलत उपयोग न होने पाये साथ ही अगर किसी अनजान या नए कंप्यूटर, लैपटॉप  या मोबाइल में आपके अकाउंट को खोला जाता है तो तत्काल ईमेल के जर‌िए आपको एक अलर्ट भी मिल जायेगा ।
 जैसे ही ये फीचर्स आप के अकाउंट पर न्यूज़ फीड में आये तुरंत इसे उपयोग में लाकर  फेसबुक पर रखे गए अपने महत्वपूर्ण डाटा को  सुरक्षित कर लीजिये ।    

सोमवार, 25 मई 2015



मोबाइल पर लंबी बातें करने वाले लिए खुशखबरी  है। जल्द ही आप ऐसे मोबाइल एप का मजा मुफ्त में बात करने  करने के लिए ले सकेंगे  जिसका नाम  है नानू ।
                                         दुनिया भर में  किसी भी लैंडलाइन या मोबाइल पर बात करने के लिए आप इस एप्प का उपयोग कर सकते हैं चाहे सामने वाला नानू एप्प प्रयोग कर रहा हो या नहीं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, नानू रिंग टोन पर विज्ञापन से कमाई के मॉडल पर काम करेगा। फोन की रिंगटोन डायलर को एक विज्ञापन के रूप में सुनाई देगी और नानू एप्प निर्माता इन विज्ञापनों के लिए लिए गए पैसों से मुफ्त कॉल की सुविधा देंगे  , सबसे अच्छी बात यह  2G इंटरनेट कनेक्शन पर भी काम करेगा । भविष्य  में व्हाट्स  एप्प से भी ज्यादा लोकप्रिय होने की आशा से मोबाइल कंपनी इंटेक्स अपने नए स्मार्टफोन में यह एप पहले से ही डालकर देगी  ।

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