बॉलीवुड के दादामुनि अभिनेता अशोक कुमार का जन्म 13 अक्टूबर 1911 को भागलपुर (Bengal presidency, Present-day Bihar) में हुआ था। आम तौर पर फिल्मों में सिगार लिए बुजुर्ग किरदार में नजर आने वाले दादामुनि तकरीबन 60 वर्षों तक फिल्म इंडस्ट्री के साथ लोगों के दिलो-दिमाग में छाए रहे । उनकी हार्दिक इच्छा रहती थी कि उनके भाई किशोर कुमार उन्हीं की तरह सफल अभिनेता बनें। जबकि किशोर कुमार कभी अभिनेता नहीं बनना चाहते थे। हालांकि के एल सहगल उनके सबसे पसंदीदा अभिनेता और गायक थे जिनकी नकल करना और उनके जैसा बनना उन्हें बेहद पसंद था। बड़े भाई के समझाने के बाद किशोर कुमार फिल्मों में काम करने को राजी तो हो गए पर उनका मन नहीं लगता था, इस चक्कर में उन्हें सिंगिंग का भी कोई मौका नहीं मिल रहा था। फलस्वरुप आरंभिक दिनों में उन्होंने जो भी फिल्में की सब फ्लॉप रहीं। फिल्म भाई भाई में किशोर कुमार और अशोक कुमार ने एक साथ काम किया।
13 अक्टूबर 1987 को किशोर कुमार ने अपने बड़े भाई के जन्मदिन पर एक शानदार पार्टी रखी और उन्हें फोन पर बताया कि वे उनके जन्मदिन पर उन्हे खास तोहफा देना चाहते हैं। पर किस्मत को कुछ और मंजूर था, तमाम नामचीन सितारे पार्टी में पहुंच गए, पर जिसने पार्टी दी थी वहीं नहीं आया। ये वहीं दिन था जब आज से 33 साल पहले किशोर कुमार का 58 साल की आयु में निधन हो गया था। उस दिन अशोक कुमार का 76वां जन्मदिन था। अभी पत्नी के निधन के गम से अशोक कुमार उबर भी नहीं पाए थे कि किशोर कुमार की मौत हो गई । तकरीबन 1 साल पहले ही अशोक कुमार की पत्नी का देहांत हो चुका था अब छोटे भाई की आकस्मिक निधन ने उन्हें तोड़ कर रख दिया, । अशोक कुमार ने फिर कभी अपना जन्मदिन नहीं मनाया।
## इनकम टैक्स से बचने और घाटा दिखाने के लिए किशोर भाइयों ने "चलती का नाम गाड़ी" और "बढ़ती का नाम दाढ़ी" फिल्में बनाई।
## एसडी बर्मन के लिए 112 गाने गानेवाले वाले कुमार को हॉलीवुड की फिल्में देखना बेहद पसंद था
## किशोर कुमार ने पहला गाना " मरने की दुआएं क्यों मांगू " को सहगल के अंदाज में ही रिकॉर्ड किया, जिसे फिल्म जिद्दी में देवानंद पर फिल्माया गया.
## "दूध जलेबी खाएंगे खंडवा में बस जाएंगे" ऐसा अक्सर कहने वाले किशोर कुमार यह सपना अधूरा ही रह गया. पर उनकी आखिरी इच्छा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार खंडवा में ही किया गया
## फिल्म हाफ टिकट का एक गाना" आके सीधी लगी जैसे दिल पर कटरिया.. को सलिल चौधरी लता मंगेशकर के साथ रिकॉर्ड करना चाहते थे पर लता शहर से बाहर थीं, तब किशोर ने पुरुष और महिला दोनों की आवाज में यह गाना गाया।
## मधुबाला से विवाह करने के लिए किशोर ने अपना धर्म बदल कर करीम अब्दुल नाम रख लिया था।
## इससे पहले भी कई बार किशोर कुमार ने अशोक कुमार तक अपनी मौत की झूठी खबरें भेज कर रुलाया था।
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